बुधवार, 27 मार्च 2013


              बजरंग दल
सूरज सा चमकेंगे एक दिन और तारा बन छाना होगा,
दिल पर रख कर पत्थर कहते, बिन उनके जीना होगा,
ये बजरंगी सेना कहती है, ढलते सूरज का सम्मान करो,
उठो दोस्तों शाम हो गयी, देवी दर्शन को प्रस्थान करो ||
ये संग हमेशा रहते हैं और बन ठन के चल देते हैं,
औरों की महबूबाओ पर , ये नज़रें फेरा करते हैं ,
ये डोरे डाला करते हैं ,
आपस में हंस लेते हैं , लड़ लेते हैं ,
हर पल, ये जी लेते हैं
रात भर न सोते हैं , न पढ़ते हैं,
फेसबुक पर यारों बातें कर झट, सपने ये बन लेते हैं ,
सुबह के यारों 4 बजे ही गल्ले को चल देते हैं,
अद्भुत इनकी जीवन शैली , अद्भुत इनकी बातें हैं
न जाती का अंतर इनमें, न धर्म की कोई बातें है
ध्यान से देखोगे, तो सच्चे भारत को दर्शाते हैं,
और पूछोगे तो हंस के खुद को बजरंगी बतलाते हैं ||


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